अंतरिम बजट2024-25 भारत की अर्थव्यवस्था ने लचीलापन दिखाया

2023-24 में भारत की वास्तविक जीडीपी7.3% की दर से बढ़ने का अनुमान, जो वैश्विक चुनौतियों के बीच अर्थव्यवस्था के लचीलेपन को दर्शाता है। अनुमान है कि2027 तक भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।

पूंजीगत व्यय में वृद्धि

2024-25 के लिए पूंजीगत व्यय में 11.1% की वृद्धि करते हुए ₹11,11,111 करोड़ किया गया है ताकि विकास को बढ़ावा मिले।

2024-25 के लिए राजकोषीय घाटा जीडीपी का5.1% रखा गया है।

प्रत्यक्ष विदेशी निवेश क्षमता बनी हुई

2014-23 के दौरान 596 बिलियन अमरीकी डालर का एफडीआई आवक हुआ, जो 2005-14 के मुकाबले दोगुना है। यह निवेशकों के भारत की विकास कहानी पर भरोसे को इंगित करता है।

युवाओं के लिए योजना

युवाओं को 50 साल के ब्याज मुक्त ऋण के साथ 1 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान। किसानों और उद्यमियों का समर्थन

युवाओं को 50 साल के ब्याज मुक्त ऋण के साथ 1 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान। किसानों और उद्यमियों का समर्थन

युवाओं को 50 साल के ब्याज मुक्त ऋण के साथ 1 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान। किसानों और उद्यमियों का समर्थन

अब तक 43 करोड़ मुद्रा ऋण देकर उद्यमिता को बढ़ावा। 30 करोड़ महिला उद्यमियों को ऋण। प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम योजना से 2.4 लाख स्वयं सहायता समूहों को लाभ।

पूर्वी क्षेत्र भारत के विकास का मुख्य चालक होगा

सरकार पूर्वी क्षेत्र और उसकी जनता को भारत के आर्थिक विकास का प्रमुख चालक बनाने पर ध्यान केंद्रित करेगी।