होली का त्योहार रंगों और उल्लास का प्रतीक है। इस खुशी के अवसर पर लोग रंग और भांग का इस्तेमाल करते हैं। भांग शराब की तरह नशीली दवा है जो भारत में कानूनी तौर पर उपलब्ध है।
भांग का सेवन होली पर एक प्रमुख परंपरा है। लोग भांग मिश्रित तरल पदार्थ पीते हैं जिसे भांग की तरह तृप्ति मिलती है। यह उनके मस्तिष्क पर प्रभाव डालता है और उन्हें नशा महसूस होता है।
हालांकि, भांग के नकारात्मक प्रभाव भी हैं। अधिक सेवन से मतली, चक्कर आना, उलटी और बेहोशी हो सकती है। यह दिल की गति और रक्तचाप को भी प्रभावित कर सकता है।
भांग में उपस्थित THC (Tetrahydrocannabinol) दीर्घकालिक प्रभाव डाल सकता है। यह तंत्रिका तंत्र को नुकसान पहुंचा सकता है और मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकता है।
होली के अवसर पर भांग का मध्यम मात्रा में सेवन करना सुरक्षित माना जाता है। लेकिन अधिक मात्रा में इसका सेवन खतरनाक हो सकता है।
भांग का अत्यधिक सेवन लत बना सकता है और इससे छुटकारा पाना मुश्किल हो जाता है। इसलिए होली पर भी इसका सेवन विवेकपूर्ण तरीके से करना चाहिए।
भांग का सेवन वाहन चलाने से पहले करना बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है क्योंकि यह आपकी गतिविधियों और निर्णय लेने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है।
भांग गर्भवती महिलाओं और दूध पिलाने वाली माताओं के लिए विशेष रूप से खतरनाक हो सकता है। इसका सेवन बच्चे के विकास पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
रंगों और उल्लास के साथ-साथ, होली मनाते समय भांग के संयमित सेवन का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है। अपने स्वास्थ्य और सुरक्षा को प्राथमिकता दें और इस त्योहार का आनंद उठाएं!